दुनिया में असंख्य लोग हैं उनकी विभिन्नता की विचित्रता के बारे में सोचना व्यर्थ ही है। दुनिया में असंख्य लोग हैं उनकी विभिन्नता की विचित्रता के बारे में सोचना व्यर्थ ह...
अपनी अपनी किस्मत अपनी अपनी किस्मत
मैं शब्द बनूँ तुम अर्थ बन जाना मैं गीत बनूँ तुम लय बन जाना मैं शब्द बनूँ तुम अर्थ बन जाना मैं गीत बनूँ तुम लय बन जाना
माँ के उपवास से खुद की गलती का अहसास कराती कहानी। माँ के उपवास से खुद की गलती का अहसास कराती कहानी।
दो दिन फिर मैंने, उसे लेकर, बहुत चिंतन मनन किया था, मुझे तरकीब सूझी थी। दो दिन फिर मैंने, उसे लेकर, बहुत चिंतन मनन किया था, मुझे तरकीब सूझी थी।
"तो फिर आज के लिए इतना ही। धन्यवाद।" "धन्यवाद,चाचाजी।" "तो फिर आज के लिए इतना ही। धन्यवाद।" "धन्यवाद,चाचाजी।"